आत्मा की मदद : जब रीना ने कमरे का दरवाजा खोला
रीना ने आत्मा की बातों पर विश्वास किया और उसकी मदद करने का निर्णय लिया। आत्मा ने रीना को किले के एक गुप्त कमरे की ओर इशारा किया। जब रीना ने कमरे का दरवाजा खोला
आत्मा की मदद
रात का समय था और गांव में सन्नाटा छाया हुआ था। चंद्रमा की हल्की रौशनी में, पुराने जर्जर किले की भयानक परछाइयाँ और भी डरावनी लग रही थीं। गाँववालों का कहना था कि इस किले में एक आत्मा निवास करती है, जो केवल तब सक्रिय होती है जब कोई उसकी मदद के लिए आ रहा होता है।
कहानी की शुरुआत रीना नामक एक युवा लड़की से होती है, जो एक रात किले के पास अपने गायब हुए छोटे भाई को खोजते हुए पहुंची। उसके छोटे भाई, मनु, का अचानक लापता हो जाना उसके परिवार के लिए एक बड़े संकट का कारण बन गया था। रीना ने अपने भाई को खोजने के लिए हर संभव कोशिश की थी, लेकिन वह कहीं भी नहीं मिला। एक शाम, जब उसे कुछ खास संकेत मिले कि मनु किले के आसपास हो सकता है, तो उसने किले की ओर रुख किया।
जैसे ही रीना ने किले के पास कदम रखा, उसकी आत्मा में एक अजीब सी सिहरन दौड़ गई। किले की भयानक दीवारें और वहां की अंधेरी गलियाँ एक खौफनाक माहौल पैदा कर रही थीं। रीना ने हिम्मत जुटाते हुए, किले के भीतर प्रवेश किया। उसकी आँखें अंधेरे में भी चमक रही थीं, और उसकी सांसें तेज हो गई थीं।
किले के भीतर पहुंचते ही, रीना ने महसूस किया कि हवा में एक ठंडी सी शांति छाई हुई थी। अचानक, उसे एक धीमी-धीमी चीक सुनाई दी। उसने धीरे-धीरे आवाज की दिशा में कदम बढ़ाए और एक पुरानी, धूल भरी किताब मिली। किताब के पन्नों को पलटते हुए, उसने देखा कि उसमें कुछ अजीब और भयानक चित्र बने हुए थे। एक चित्र में एक महिला आत्मा को दिखाया गया था, जो सहायता की प्रतीक्षा कर रही थी।
जैसे ही रीना ने किताब को पढ़ा, उसके सामने एक भूतिया आकृति प्रकट हुई। यह एक सुंदर महिला थी, जिसकी आँखों में दर्द और याचना का संकेत था। आत्मा ने रीना से कहा, "मैं तुम्हारी मदद चाहती हूँ। मेरे साथ अत्याचार हुआ था, और मुझे शांति नहीं मिल रही है। यदि तुम मेरी मदद करोगी, तो तुम्हारा भाई सुरक्षित मिलेगा।"
रीना ने आत्मा की बातों पर विश्वास किया और उसकी मदद करने का निर्णय लिया। आत्मा ने रीना को किले के एक गुप्त कमरे की ओर इशारा किया। जब रीना ने कमरे का दरवाजा खोला, तो उसे एक पुराना संदूक मिला। संदूक को खोलते ही, उसने देखा कि अंदर एक पत्र रखा हुआ था। पत्र में लिखा था कि आत्मा को उसके किले के बाहर एक विशेष स्थान पर दफनाया जाए, जहाँ उसकी आत्मा को शांति मिले।
रीना ने पत्र को पढ़ते हुए, आत्मा की सलाह मानी और उसके निर्देशानुसार कार्रवाई की। उसने आत्मा के अवशेषों को किले के बाहर एक सुरक्षित स्थान पर दफनाया। जैसे ही उसने यह किया, आत्मा ने रीना का धन्यवाद किया और उसकी मदद से पहले से ही चिंतित मनु को सुरक्षित और स्वस्थ पाया।
मनु और रीना घर लौटे और उन्होंने अपने परिवार को उनके भाई की सुरक्षित वापसी की खुशखबरी दी। किले की आत्मा को शांति मिल गई और वहां का माहौल भी अब शांत और भयमुक्त हो गया।
रीना की कहानी गाँव में एक प्रेरक उदाहरण बन गई कि कैसे साहस और दया से किसी आत्मा की मदद की जा सकती है और उसके बाद अपने प्रियजनों को सुरक्षित पाया जा सकता है। किले का नाम अब 'शांति किला' के रूप में जाना जाने लगा और वहाँ की आत्मा को शांति मिली, जो अब एक शांतिपूर्ण निवास में थी।