मनीष हत्याकांड - SIT की जांच के 5 अहम प्वाइंट्स:अभी 3 दिन और गोरखपुर में रहेगी SIT; मौत की वजह, क्यों हुई पिटाई, सबूत मिटाने और दोषियों की बचाने की भी वजह तलाश रही टीम

SIT Will Remain In Gorakhpur For 3 More Days Now; The Cause Of Death, Why The Beating Happened, The Team Is Looking For The Reason To Destroy The Evidence And Also To Save The Culprits

मनीष हत्याकांड - SIT की जांच के 5 अहम प्वाइंट्स:अभी 3 दिन और गोरखपुर में रहेगी SIT; मौत की वजह, क्यों हुई पिटाई, सबूत मिटाने और दोषियों की बचाने की भी वजह तलाश रही टीम
कानपुर से गोरखपुर पहुंची SIT अभी कम से कम तीन दिन और गोरखपुर में रहेगी।

कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड की जांच SIT टीम कर रही है। जिसके चलते SIT टीम बीते दो दिन से गोरखपुर में है। बताया जा रहा है कि टीम अभी कम से कम तीन दिन और शहर में रहेगी। अब तक 48 घंटों की जांच में टीम 5 अहम प्वाइंट्स पर काम कर रही है।

ताकि वारदात से जुड़े सभी साक्ष्य जुटाए जा सकें और घटना होने के पीछे की असल वजह का भी पता लगाया जा सके। हालांकि, सोमवार को टीम शहर में कहीं भी जाकर पड़ताल नहीं की, बल्कि अब तक की पड़ताल में सामने आई बातों का ही अध्ययन कर SIT पूरे दिन अब इस मामले से जुड़े बयान दर्ज करती रही।

SIT जांच के ये हैं 5 अहम प्वाइंट्स
वहीं, SIT की पड़ताल में जो 5 अहम प्वाइंट्स निकलकर सामने आए, उनमें टीम यह जानने की कोशिश कर रही है कि मनीष की मौत होटल के कमरे में गिरकर हुई थी या फिर ​पुलिस की पिटाई से?, जबकि अब तक की जांच यह तो स्पष्ट हो चुका है कि मनीष की मौत पिटाई से ही हुई थी। इसके साथ ही टीम इस बात की जानकारी जुटाने में लगी है कि होटल के कमरे में आखिर ऐसी क्या नौबत आई कि पुलिस को उसे इतना पूछना पड़ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

वहीं, घटना के बाद घटना से जुड़े सबूत मिटाने और अधिकारियों को गुमराह करने की वजह?, घटना के बाद भी मामले में पहले कार्रवाई न करना, फिर केस न दर्ज करना और केस दर्ज करने के बाद भी आरोपियों को आराम से भाग जाने का पूरा मौका देने के पीछे की वजह भी SIT टीम तलाश कर रही है।

पूरे दिन बयान दर्ज करती रही टीम
इतना ही नहीं, अब टीम घटना के पहले दिन सामने आए बयानों से लेकर अब तक के बयानों को आपस में मैच कराकर भी मामले की गहराई से जांच कर रही है। SIT टीम का दावा है कि जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है। जांच रिपोर्ट पर किसी भी तरह का संशय या प्रश्न चिन्ह न खड़ा होने पाए। शायद यही वजह है कि जांच टीम के साथ मृतक परिवार के लोगों को भी शामिल किया गया है। ताकि वह SIT की जांच से पूरी तरह से संतुष्ट हो सकें।

SIT का दावा है कि दोषी कोई भी हो, वह किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। हर हाल में वारदात से जुड़ी सभी परतें उधेड़ कर रख दी जाएंगी। ताकि सब कुछ पानी की तरह साफ हो सके। सोमवार का पूरा दिन SIT टीम घटना से जुड़े लोगों के बयान दर्ज करती रही। जबकि इससे पहले होटल से लेकर मानसी हास्पिटल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और रामगढ़ ताल थाने की SIT फॉरेंसिक जांच कर चुकी है।

कानपुर पुलिस पर मीनाक्षी का भरोसा भी टीम के लिए चैलेंज
SIT की जांच में एक बात का विशेष ध्यान यह भी रखा जा रहा है कि जहां इस घटना के बाद पूरे यूपी पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे थे, वहीं इसके बीच मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कानपुर पुलिस के सहयोगों की तारीफ करते हुए उसपर भरोसा भी जताया था। मीनाक्षी ने साफ तौर पर कहा है कि सभी पुलिस वाले गलत नहीं होते। कुछ अपवाद के रूप में होते हैं, जिनकी गलतियों का खामियाजा पूरे महकमे को भुगतना पड़ता है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्हें सिर्फ रामगढ़ ताल पुलिस और यहां के अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। बावजूद इसके उन्होंने पूरी गोरखपुर पुलिस को गलत नहीं ठहराया।