अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद उबले सपाई, पूर्वांचल भर में धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी

सुबह से ही धरना प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर आक्रोश के स्‍वर मुखर होते गए तो दिन चढ़ते- चढ़ते सपाइयों ने धरना प्रदर्शन कर किसानों की मौत और अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में आक्रोश जताने जगह जगह एकत्र होकर प्रदर्शन करते नजर आए।

अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद उबले सपाई, पूर्वांचल भर में धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी
अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद उबले सपाई, पूर्वांचल भर में धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी

वाराणसी - लखीमपुर-खीरी प्रकरण को लेकर अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद पूरे पूर्वांचल भर के सपाइयों में आक्रोश है। सुबह से ही धरना प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर आक्रोश के स्‍वर मुखर होते गए तो दिन चढ़ते- चढ़ते सपाइयों ने धरना प्रदर्शन कर किसानों की मौत और अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में आक्रोश जताने जगह जगह एकत्र होकर प्रदर्शन करते नजर आए। वाराणसी में जहां प्रदर्शन कर रहे सपाइयों को पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हटा दिया वहींं सोनभद्र, बलिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, मीरजापुर, जौनपुर, भदोही और चंदौली आदि जिलों में भी सपाइयों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की।

सिर्फ जिला मुख्‍यालय ही नहीं बल्कि कस्‍बों और तहसीलों तक में सपाइयों का आक्रोश नजर आया और कार्यकर्ता पदाधिकारियों ने पुलिस के सामने अपनी गिरफ्तारी देकर शीर्ष नेतृत्‍व को साथ खड़े रहने का स्‍पष्‍ट संदेश देते हुए पार्टी का परचम लहराया। पुलिस के सामने कहीं सपाई डटे नजर आए तो कहीं पुलिस की सख्‍ती के आगे अड़कर पार्टी के शीर्ष नेता के साथ खड़े होने का अहसास पुलिस और प्रशासन को भी कराया। हालांकि, काफी जगहों पर पुलिस भी सपाइयों से निवेदन कर उनको वापस लौटने की अपील करती नजर आई।

वाराणसी में जिला मुख्यालय पर धरना देने के लिए सुबह से ही सपा कार्यकर्ता जमा होने लगे। लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में सपा कर्यकर्ता धरने पर बैठ गए तो जिला मुख्यालय पर सपाइयों की जुटान दोपहर तक होती रही। पहले कार्यकर्ताओ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जाने की जिद की तो रोके जाने पर मुख्यालय स्थित गेट पर धरना देने बैठ गए। सरकार विरोधी नारे के साथ दोषियों को फांसी देने की मांग करते रहे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया है जब तक उनकी रिहाई नही होती धरना चलता रहेगा। इसके बाद जिला मुख्यालय पर तनाव बढ़ गया तो सपाइयों की संख्या बढ़ने के साथ पुलिस मुस्तैद हो गई। पुलिस ने रास्ता खाली कर पुलिस लाइन में चल कर वार्ता करने का प्रस्ताव रखा। धरनारत सपाइयों को समझाने के लिए प्रभारी निरीक्षक अश्विनी पाण्डेय भी पहुंचे और सभी को रास्‍ता खाली करने का अनुरोध करते हुए समझाने की कोशिश की। इसके बाद सपाई नहीं माने तो पुलिस ने सख्‍ती की और सपा नेता रीबू श्रीवास्‍तव को हिरासत में ले लिया।

दूसरी ओर सिंह द्वार बीएचयू के पास प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं को एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह समझाने पहुंचे। वहीं रामनगर में भी लखीमपुर खीरी में हुई घटना में मृत किसानों के परिजनों से मिलने जा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने से आक्रोशित सपा कार्यकर्ता शास्त्री चौक पर धरने पर बैठ गए। इसके बाद सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अपना आक्रोश जाहिर किया।