खमरिया के चेयरमैन का अधिकार सीज घोटाला डस्टबिन

khamaria ka chairman ghotala

खमरिया के चेयरमैन का अधिकार सीज घोटाला डस्टबिन

खमरिया | नगरीय क्षेत्रों में खरीद-फरोख्त में की जा रही मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए बनाए गए जैम पोर्टल पर भी लाखों का वारा-न्यारा कर दिया गया। बगैर जिलाधिकारी की स्वीकृति लिए 70 लाख के कूड़ेदान की खरीद की गई थी। इसमें नगर पंचायत खमरिया के अध्यक्ष ने अपने सगे भाई की पत्नी की फर्म से 30 लाख का डस्टबिन खरीद लिया था। सभासदों की शिकायत पर मामले की जांच कराई गई तो मामले की पोल खुल गई। अपर मुख्य सचिव डा. राजनीश दुबे ने अध्यक्ष के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए हैं। साथ ही चार्जशीट जारी करते हुए 15 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।

पूरा मामला :

नगर पंचायत खमरिया के मैनुद्दीन सहित सभी चौदह सभासदों ने शासन को पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि अध्यक्ष नंद कुमार मौर्य ने अपने सगे भाई बहादुर मौर्य की पत्नी शशिकला के फर्म हरी इम्पेक्स मघईपुर खमरिया से 70 लाख के कूड़ेदान और फागिग मशीन की खरीद की है। इसकी जांच उप जिलाधिकारी ज्ञानपुर से कराई गई थी। नियमानुसार 30 लाख से अधिक की डस्टबिन की खरीद करने के लिए ई-टेंडर करना चाहिए था और डीएम से स्वीकृति लेनी चाहिए। इस संबंध में तीन बार नोटिस जारी कर जवाब भी लिया गया। शासन की ओर से चार बिदुओ पर आरोप पत्र जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि नियमों की अनदेखी कर डस्टबिन की खरीद की गई है। कहा गया है कि नगर पालिका अधिनियम के अंतर्गत परिवार के किसी भी फर्म से खरीद नहीं की जा सकती है।