बनारस : गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ से राहत, लेकिन बढ़ गईं ये परेशानियां

अपर नगर आयुक्त ने बताया कि घाटों और मोहल्लों की सफाई कराई जा रही है। दवाओं का भी छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा सैनिटाइजेशन और कूड़ा उठान पर फोकस किया जा रहा है।

बनारस : गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ से राहत, लेकिन बढ़ गईं ये परेशानियां
Problem-Increasing-After-Ganga-Water-Level-Decreasing

वाराणसी में गंगा में जलस्तर घटने से तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ से राहत तो मिल गई, लेकिन बाढ़ में बहकर आई सिल्ट और गाद से लोगों की दुश्वारियां बढ़ गईं हैं। उधर, नगर निगम ने पंप लगाकर सिल्ट हटाने का काम शुरू कर दिया है। सफाई कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

अपर नगर आयुक्त ने बताया कि घाटों और मोहल्लों की सफाई कराई जा रही है। दवाओं का भी छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा सैनिटाइजेशन और कूड़ा उठान पर फोकस किया जा रहा है।


अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा ने बताया कि घाटों और मोहल्लों की सफाई कराई जा रही है। दवाओं का भी छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा सैनिटाइजेशन और कूड़ा उठान पर फोकस किया जा रहा है।


जैसे-जैसे पानी कम हो रहा है। लोग घरों की सफाई करने में जुट गए है। हालांकि प्रभावित इलाकों में बिजली कटौती होने से लोगों को विषैले जानवरों का भय सता रहा। ढेलवरियां, सराय मोहाना, मारुति नगर, गंगोत्री विहार, हरिओम नगर, रत्नाकर विहार, गायत्री नगर, सत्यम नगर के निचले हिस्से में पानी लगा है। रमना इलाके में पानी कम होते ही किसान अपनी सब्जियों की फसल बचाने में जुट गए हैं। ज्यादातर सब्जियां डूबकर खराब हो गई।